जमाल जैसे दोस्त
जमाल जैसे दोस्त
street-stylepercussive
[Verse]
गली के राजा, जैसे गद्दाफ़ी का ताज,
सपनों का पीछा, कभी न धूंधला अंदाज़,
झूठ की चादर में, नहीं ढके अपने राज,
दम ये दिखाया, दिया सबको जवाब।

[Verse 2]
कहानी वही, जहां मुश्किलों का जाल,
दोस्त मेरे साथ, जैसे अहमद और जमाल,
धोकेबाज़ों को समझा, उनसे पार निकल,
एक दूसरे के संग, हमने साला यही हल।

[Chorus]
जमाल जैसे दोस्त, जय हां मेरे साथ,
दुश्मनों पर चोट, ये फौलादी क़यामत,
सपनों का मेला, अपने हौसलो का खजाना,
हम तुम साथ, बेशक सबसे अनजाना।

[Verse 3]
दमदार हम, बिन मतलब की कहानियां,
जोश कोई विमल, यहां सबकी सजी सजीवियां,
प्यार भाईचारा, हम सलाम करती जवानी,
रेत के महल में, साछ साथ निभानी।

[Verse 4]
इश्क़ की ये राहें, पलकों का परदा,
दोस्ती के इरादे, न टूटे जैसे वादा,
गिरते हुए उठना, साथी हो जमाल,
साथे की दूरी न मानी हो जैसे सवाल।

[Bridge]
तूफानों में संग, हमसा कोई नहीं,
बुलंदियों को छूने का बस यही तरीका सही,
जमे रहेंगे हम, चाहे हो मंज़िल जुदा,
अहमद, जमाल, दोस्ती का ये खुदा।