अहमद जमाल
अहमद जमाल
पंजाबीहिपहॉपग्रूवीबीटड्रिवेन
[Verse]
अंधेरे में वो चमकता है नाम
अहमद जमाल
सिर्फ उसी का पैगाम
कभी भीर में हो या तन्हा जिसाम
हर दिल में बसता अहमद जमाल

[Verse 2]
कोई रोक न पाए उसको भाई
वो आएगा जैसे तूफान की साई
जहाँ जाए साथ होता है उसकी पूरी जमात
दुनिया कहे अहमद जमाल का नाम

[Chorus]
अहमद जमाल
हर जुबां पे
नाम गूंजे आसमान पे
अहमद जमाल
धड़कन बन जाए
नाम गूंजे फिर से आए

[Bridge]
उसका नाम हो जैसे तलवार की धार
हर किसी पर भारी
कोई न कर पाए इन्कार
उसके साथ चलें
बढ़ता जाए कारवां
हर कदम पे नया इक इंकलाब सा

[Chorus]
अहमद जमाल
हर जुबां पे
नाम गूंजे आसमान पे
अहमद जमाल
धड़कन बन जाए
नाम गूंजे फिर से आए

[Verse 3]
वो है आग
वो है इम्तिहान
अंधेरे में वो रोशनी की पहचान
उसके रहते कोई भी नहीं वीरान
हर दिल में बसा उसका अरमान