
Shivaji Maharaj
rap
शिवाजी का जोश, तलवार का बोल, किलों के बादशाह, दुश्मन को कर डोल। मोरया की गूँज, हर गली में बजती, रणभूमि में जब वो आए, तो धरती थर्राती। राम का नाम, मर्यादा का जलवा, धनुष तना, रावण को किया खत्म सला। वनवास की कठिनाई, नहीं हारी कभी, लंका दहन कर के, दिखाया सबको जज़्बा भारी