रात की कहानी
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[Verse] कहानी रात की अब मैं सुनाता हूँ सड़क की धूल में राज छुपाता हूँ हाथ में बंदूक पटाखे फोड़ते जंगल में गाड़ी चेहरा छिपाते [Chorus] हम हैं शेर सड़क पे चलते सामने आए तो डर के झुकते अहमद जमाल की ये बात सुनो हम से पंगा लोग कम ही लेते [Verse] गली में ताश और जुए की बाज़ी जिंदगी हमारी कभी न हारी चोरों के सर पे रखते साया हमारी नज़र में सब हैं पराया [Chorus] हम हैं शेर सड़क पे चलते सामने आए तो डर के झुकते अहमद जमाल की ये बात सुनो हम से पंगा लोग कम ही लेते [Bridge] गाड़ियों की रफ्तार बयां करें हाल हमारी हुकूमत का सुनो ये आलम खौफ का बिस्तर वक्त का खेल छोड़ दिया सबको जीना बेहाल [Chorus] हम हैं शेर सड़क पे चलते सामने आए तो डर के झुकते अहमद जमाल की ये बात सुनो हम से पंगा लोग कम ही लेते