
Sukun De
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अंधेरे में खड़ा हूं धूप दे भगवान दिल में दर्द है हर ख्वाब है वीरान आंखों में है खून के आंसू क्या यही है इंसान का कसू सुकून दे ऐ खुदा सुकून दे इस दिल को अब कोई जुनून दे टूट कर बिखरा हूं जुड़ने की आस साथ कौन निभाए बस ये एक सवाल टूटे दिल से निकली है ये सदा सुख में सब अपने दुःख में है सजा खाली है राहें खाली हैं लोग आंसुओं का समंदर दिल का है रोग कोई सुने पुकार कोई थामे हाथ अंधेरा ही साथी उजाले की बात खून के आंसू हर रात का गीत सुकून की तलाश अधूरी ये प्रीत सुकून दे ऐ खुदा सुकून दे इस दिल को अब कोई जुनून दे टूट कर बिखरा हूं जुड़ने की आस साथ कौन निभाए बस ये एक सवाल
