Sukun De
Sukun De
popraphiphoptrapmelodic
अंधेरे में खड़ा हूं
धूप दे भगवान
दिल में दर्द है
हर ख्वाब है वीरान
आंखों में है खून के आंसू
क्या यही है इंसान का कसू


सुकून दे
ऐ खुदा सुकून दे
इस दिल को अब कोई जुनून दे
टूट कर बिखरा हूं
जुड़ने की आस
साथ कौन निभाए
बस ये एक सवाल


टूटे दिल से निकली है ये सदा
सुख में सब अपने
दुःख में है सजा
खाली है राहें
खाली हैं लोग
आंसुओं का समंदर
दिल का है रोग


कोई सुने पुकार
कोई थामे हाथ
अंधेरा ही साथी
उजाले की बात
खून के आंसू
हर रात का गीत
सुकून की तलाश
अधूरी ये प्रीत


सुकून दे
ऐ खुदा सुकून दे
इस दिल को अब कोई जुनून दे
टूट कर बिखरा हूं
जुड़ने की आस
साथ कौन निभाए
बस ये एक सवाल