जमाल यारां दा यार आए, अहमद जमाल यारां दा यार आए
जमाल यारां दा यार आए, अहमद जमाल यारां दा यार आए
bhangrapunjabifolkrhythmic
[Verse]
जमाल यारों का यार आया
साथ में खुशियाँ लाया
दिलों में जो उमंग जगाए
गीत सुनाए सारा।
नादियों में बहती चैना
पहाड़ियों की बातें
गाँव गाँव में धूम मचाए
साए दिलों के साथ।

[Verse 2]
अजीम है यारों का यार
अहमद की मिसाल
जोड़ता है रिश्ते दिल के
सबको लगे ख़ास।
राहों में अब तेरी खुशबू
घुलती जैसे चाय
जहाँ जहाँ तू जाए
रौशन करे गगन।

[Chorus]
अहमद जमाल यारों का राजा
वो दिलों का यार
हर कोई उसके तराने गाए
सारा जश्न बेशुमार।
झूम उठे ये जहाँ सारा
जमाल आया है
हर दिल में मोहब्बत लाए
छेड़ी जो उसने बांसरी।

[Verse 3]
सावी की धरती सजी
उसकी सरगोशी में
धुनें उसकी दिल की छूले
जैसे सागर पार।
दरवाज़ों पे आके गुज़रे
उसकी आहट प्यारी
सब के होंठों पे नाम उसी का
हर इक बस्ती में।

[Verse 4]
कहानी उसकी पुरानी नहीं
फिर भी सदियों से
हर दिल में बसी हुई
उसकी ही चावनी।
जलता जो चिराग़ दिलों का
अहमद की ये ज़ुआला
तूफ़ानों में भी थमे नहीं
उसकी रोशनी फैली।

[Chorus]
अहमद जमाल यारों का राजा
वो दिलों का यार
हर कोई उसके तराने गाए
सारा जश्न बेशुमार।
झूम उठे ये जहाँ सारा
जमाल आया है
हर दिल में मोहब्बत लाए
छेड़ी जो उसने बांसरी।