अहमद जमाल रैप
hiphoppunchy
[Verse] शहर कि गलियों में चला ऐहमद जमाल, धोबी घाट की कहानियाँ, जुगाड़ की मिसाल। टूटे सपने जुड़ते यहाँ, जलेबी की परछाई, भाई का हात थाम के, हर मुश्किल हराई। [Chorus] अहमद जमाल, दिल में ज्वाला, स्ट्रीट्स ने सिखाया, बना डाला आला। दोस्तों के संग, करता धमाल, दिल ने कहा, तुम ही हो बवाल। [Verse 2] लफ्ज़ों का जादूगर, बन गया मीर, सड़क का हीरो, अब न हुआ कोई वीर। धड़कनों में बसी सड़कों की चीख, हर एक कदम पर गूंजती है संगीत की रीत। [Chorus] अहमद जमाल, दिल में ज्वाला, स्ट्रीट्स ने सिखाया, बना डाला आला। दोस्तों के संग, करता धमाल, दिल ने कहा, तुम ही हो बवाल। [Verse 3] कभी टूटे कभी जुड़ें अपने सफर में, सपने बुनता रहा अपने ही घर में। आँखों में चमक, महल का नख़्शा, गरीब की चाल में भी था उसका कशिशा। [Chorus] अहमद जमाल, दिल में ज्वाला, स्ट्रीट्स ने सिखाया, बना डाला आला। दोस्तों के संग, करता धमाल, दिल ने कहा, तुम ही हो बवाल।